फागुन के मौसम - भाग 31

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गोरखपुर पहुँचने के बाद जब राघव और जानकी खाना खाने के लिए रुके तब राघव ने तारा को फ़ोन किया। "क्या हाल-चाल है मैनेज़र मैडम?" "सब ठीक है बॉस। आप बताइये कहाँ हैं आप?" "मैं तो गोरखपुर में हूँ। रात तक बनारस पहुँच जाऊँगा।" "अरे इतनी जल्दी? काम खत्म हो गया क्या?" "बिल्कुल। मेरी असिस्टेंट इतनी स्मार्ट है कि हमने एक दिन में ही सारा काम निपटा लिया।" "ओहो बढ़िया है। देखकर अच्छा लगा कि बॉस अपनी नयी एमप्लॉयी से ख़ुश हैं।" "हाँ, अब हम सोमवार से इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर देंगे।" "बढ़िया है। हमारी पूरी टीम भी