वंश - भाग 11 (अंतिम भाग)

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ग्यारह दो-तीन बार दिल्ली फोन हो जाने के बाद भी नारी-निकुंज की अधीक्षिका सुष्मिता सिंह की बातचीत मुबारकपुर के सांसद ज्ञान स्वरूप से नहीं हो पाई, क्योंकि जब भी फोन मिला वे घर पर उपलबध नहीं थे। सन्देश बार-बार यही छोड़ा गया कि जब भी वह वापस आयें, तत्काल यहाँ संपर्क करें किन्तु इसके बावजूद दिनभर वहाँ से कोई समाचार या खोज-खबर नहीं मिली। लेकिन अगले दिन सुबह ठीक आठ बजे सुष्मिताजी को सूचना मिली कि ज्ञान स्वरूप जी मुबारकपुर में आ गये हैं और शीघ्र ही जिले के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों, पुलिस महकमे के लोगों तथा कुछ गणमान्य नागरिकों