आहुति अपनी नानी को यह सब बता कर हल्का महसूस कर रही थी। उसे विश्वास था कि उसकी नानी इस विकट समस्या का कोई ना कोई हल अवश्य निकाल लेंगी। ऐसा सोचते हुए आहुति ने जाने से पहले फिर कहा, "नानी, प्लीज आप यह बात मम्मी को बिल्कुल मत बताना। मम्मी को तो पापा बहुत प्यार करते हैं और वह उनके साथ खुश भी बहुत रहती हैं। उन्हें ऐसे खुश देखना मुझे अच्छा लगता है क्योंकि मैंने बचपन से उन्हें हमेशा उदास ही देखा है। मैं जानती हूँ नानी इतनी मार खाकर भी वह केवल मेरे लिए ही तो ज़िंदा