पर्दाफाश - भाग - 2

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इस छोटी सी उम्र में दर्द का इतना बड़ा बवंडर अपने दिमाग में लिए आहुति स्कूल से घर के लिए निकली। रास्ते में एस टी डी बूथ पर रुककर उसने अपनी नानी को फोन लगाया। फ़ोन उठाकर उसकी नानी पार्वती ने पूछा, "हैलो, कौन बोल रहा है?" "हैलो नानी, मैं आहुति।" "अरे, क्या बात है बिटिया? बाहर से फ़ोन क्यों कर रही हो? क्या हुआ है?" "नानी, मुझे अकेले में सिर्फ़ आपसे कुछ बात करनी है, जो किसी और को पता नहीं चलनी चाहिए।" पार्वती ने चिंतित स्वर में पूछा, "आहुति बेटा, ऐसी तो क्या बात है जो तुम इस