दोपहर का समय, सन रे कैफे, जब निशा के नाना ने आराम से कहा, " तुम एक गन छीन सकते हो, सारी नहीं । " तो सिद्धांत के होठों पर एक तिरछी मुस्कान आ गई । उसने कहा, " डू यू रियली थिंक दैट ? " निशा के नाना ने थोड़ी तेज आवाज में कहा, " व्हाट डू यू मीन ? " सिद्धांत ने उसी गन से अपने सिर पर स्क्रैच करते हुए कहा, " एक्चुअली, यू आर राइट ! हम सारी गन्स नहीं छीन सकते हैं, लेकिन... " फिर उसने गहरी आवाज में कहा, " खुद को तो खत्म