एक हटिल दरार... पुस्तक 2015 में मेरे द्वारा लिखित कुछ कविताओं में से छः कविताओं का संग्रह है। प्रथम कविता - में कवि उन सब कारणों का वर्णन कर्ता है जिनकी वजह से एक प्रेमी और उसकी प्रेमिका के बीच नफरत की दरारें आ गईं थी। ओर कहता है की यदि ये दरारें दूर ना हुई तो शायद उनका प्रेम अधूरा ही रह जायेगा। दूसरी ओर तीसरी कविता - में कवि कहता है की प्रेमी हर जगड़े और हर गलत फहमी के लिए ख़ुद को जिमेदार बताता है जबकि गलतियां दोनो तरफ़ से हुई थी। और कविता के अंत तक आते-