लाश किसकी28 वर्षीय श्याम हफ्ता हुआ एक दरवाजे पर पहुंचा और दरवाजे को पागलों की तरह पीटने लगा।"रुस्तम, रुस्तम!"जब दरवाजा ना खुला तो वह चीखने लगा,"दरवाजा खोल रुस्तम!"तत्काल ही दरवाजा खुला।"क्यों गला फाड़ फाड़ कर चिल्ला रहा है? क्या ताजमहल गायब हो गया या लाल किला पीला हो गया । अरे कौन सी आफत आ गई?"दरवाजा खुलते ही सुबह-सुबह कच्ची नींद से जगा बनियान और तहमत पहने रुस्तम उस पर गुस्से में चढ़ दौड़ा।"वो..वो राकेश राकेश,"श्याम अपनी उखड़ी हुई सांसों की वजह से ठीक से बोल भी नहीं पा रहा था।"राकेश! क्या हुआ उसे? वह तो शाम की ट्रेन से