5 मुरली के चले जाने के दो दिन बाद तक राम आसरी को आस रही कि शायद वह वापस आ जाए। यदि पुलिस वालों ने उसे पकड़ रखा है तो वह इसकी सूचना घर वालों को पहुँचाएंगे ही और यदि वह कहीं शराब पीकर पड़ा है तो भी दो दिन बाद घर जरूर पहुँचेगा। परन्तु तीसरे दिन उसका धैर्य जवाब दे चुका था। सुबह-सुबह जल्दी उठकर मुंशी के झोपड़े पर गई और उससे कहने लगीः ‘मुंशी जी, मेरा और मुरली का हिसाब देखना, कितना बनता है? मुझे पैसों की सख्त जरूरत है। मुरली को यहाँ से गए तीन दिन