ए पर्फेक्ट मर्डर - भाग 28

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भाग 28प्रमोद प्रीति के सामने आकर खड़ा हो गया। प्रीति बिना पलक झपके उसे देखती रही। “मैं…मैं मानता हूँ कि कल जिस तरह मैं आपसे पेश आया वो ग़लत था। पर…” इससे पहले की प्रमोद आगे बोलता प्रीति बोल पड़ी, “पर अपनी मर्दानगी साबित करने का एक अलग ही मज़ा है। है ना?” प्रीति का इस तरह बेबाकी से बोलना प्रमोद को बहुत अखर गया। वो तुनक कर बोला, “आपसे शादी मेरी मजबूरी थी। माँ का दबाव था मुझ पर। उन्हें आपसे भी एक वारिस चाहिए। इसलिए मुझे कल रात आपके साथ…” “मेरे रंग-रूप को लेकर कल रात आपने मुझे