गुलकंद - पार्ट 5

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गुलकंद पार्ट - 5 इस तरह से एक विजातीय अंजान लड़की से उसका ब्याह करना अम्मा को जरा भी पसंद नहीं आया था। इतनी सुन्दर, सुशील और घर-गृहस्थी के सारे काम कुशलता से करने वाली सत्तो भौजी की भतीजी बीना को जाने कब से पसंद करती आई थीं वह! एक तरह से जुबान भी दे चुकी थीं वह तो, पर उनके सीधे-साधे बेटे को, इतनी दूर अकेला पाकर शहर की जाने किस जादूगरनी ने उसपर जादू-टोना करके अपने वश में कर लिया.. अपना कुत्ता बना लिया। उनकी किस्मत तो हमेशा से खराब ही रही है, एक बार फिर दगा दे