भाग–४९ अभिषेक मुझे घुरे जा रहा था । और मैं भूखी खाए जा रही थी। मेरा खाना खत्म हुआ पर मुझे और भूख लगी थी मैं ने अभिषेक की और देखा और फिर उसके हाथ में रखे खाने की और , वो समझ गया कि मुझे और भूख लगी है उसने मुझे अपना खाना भी दे दिया । "आप क्या खायेंगे?" मैने औपचारिकता से पूछा। "मैं ट्रेन में बैठने से पहले खाकर ही निकला था आप ले लीजिए" जैसे ही उसने कहा मैंने एक पल भी गवाएं बिना उसका खाना भी लेकर खा लिया । अभिषेक ने मुझसे पूछना चाहा