फागुन के मौसम - भाग 29

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तारा भी अभी अपने केबिन में पहुँचकर अपने अगले काम के विषय में सोच ही रही थी कि तभी उसके मोबाइल की घंटी बजी। उसने मेज़ पर रखा हुआ मोबाइल उठाया तो उसकी स्क्रीन पर राघव का नया फ़ोन नंबर फ़्लैश हो रहा था। तारा के फ़ोन उठाते ही दूसरी तरफ से राघव ने चहकते हुए कहा, "तारा... तारा... ओह तारा यू आर ग्रेट, रियली।" "अच्छा, ऐसा क्या कर दिया मैंने?" तारा ने हैरत से पूछा तो राघव बोला, "तुमने बस ये किया है कि तुम मेरे लिए वर्ल्ड की बेस्ट असिस्टेंट ढूँढ़कर लायी हो।" "ओहो, क्या बात है। जानकी