वो लोग् बारी होशयारी के घने जंगल मै आगे बढ़ रहे थे ।जंगल इतना घना था कि सूरज की रोशनी भी नहीं आ पा रही थी ।बड़े-बड़े पेड़ और उनसे लटकती हुए लताये बीच-बीच में अजीब से पंछियों की आवाज माहौल को काफी डरावना बना रहा था ।रियान अपने तलवार के साथ काफी सतर्कता के साथ चल रहा थाजैक जो सबसे आगे चल रहा था वो रुक कर एक बड़े पैड़ पर अपना हाथ रख कर कहता है...दोस्तों आगे नदी की एक छोटी धारा है तो सही से मेरे पीछे आओ हो सकता हैं आगे कोई खतरा हो वह इतना बोला