सुनहरी तितलियों का वाटरलू - भाग 3

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भाग-3 उसे बहुत शांत भाव से देख, सुन रही रिचेरिया ने कहा, “बैठो तो, एक बात ही तो पूछी है, अभी तो बड़ी देर तक बातें करनी हैं, मेरी बातों का तुम्हें जवाब देना है।” जेंसिया उसका प्रश्न सुनते ही खड़ी हो गई थी, वह उसे आश्चर्य से देखती हुई फिर बैठ गई। रिचेरिया की आँखों में देखती हुई बोली, “जब तुम्हारे लिए अट्रैक्शन पैदा हुआ, उस समय जो चाहत थी तुम्हारे लिए, आज उससे हज़ारों गुना ज़्यादा चाहती हूँ तुम्हें। तुम्हारे बिना मैं कुछ भी इमेजिन तक नहीं कर पाती। तुम मेरी लाइफ़ हो, मैं कैसे विश्वास दिलाऊँ तुम्हें।