भाग–४५ अगली सुबह ,, मिहिर और जीजू उस बताए एड्रेस के लिए होटल से निकलते है । जैसे ही वो लोग उस घर से 500 मीटर के करीब पहुंचे । जीजू को एक अनजाने नंबर से कॉल आया। "हेलो" "हेलो ,साहेब , मैं वो चाय वाला , आपने जो मैडम का चित्र हमको दिखाया था ना , ऊ मैडम अभी हमरी छोटी सी लारी पर दुबारा चाय पीने आई है । आप जल्दी से आ जाइए हम उनको किसी तरह अटका कर रखने का कोशिश करेंगे साहेब, मगर जल्दी आइएगा।" "ओके ओके" "मिहिर जल्दी चल चाय की टपरी फटाफट" "क्या