भाग ४२ राजीव काशी में गंगा नदी किनारे , खुद को साधु बना लेता है। वह भगवा वस्त्र धारण कर लेता है और महादेव की पूजा अर्चना करता मंदिर के सामने बैठ कर ध्यान करता और माला कर के शिव नाम दोहराता रहता । राजीव के दिन इसी तरह बीतने लगे । उसका बिजनेस डूब ना जाए इसलिए सम्राट अंकल ने वो बिजनेस मिहिर और मीशा के पति को संभालने की हिदायत दी। मिहिर ने अपने विश्वसनीय मित्र को राजीव का बिजनेस संभालने उसकी कंपनी भेजा। और मिहिर हर वीक आकर कंपनी का राउंड मारकर अपडेट लेता रहा । मिहिर