पैरासाइट, याने पिस्सू !!!खून चूसने वाला, दूसरे के दिये पर जीने वाला, औरो को खाकर जीने वाला.. हिंदी में परजीवी कहते है। परजीवी का अस्तित्व स्वतंत्र नही होता। उसे जिंदा रहने के लिए किसी का आश्रय चाहिए। ●●यह आश्रय देने वाला, परपोषी कहलाता है। अंग्रेजी में उसे होस्ट कहते है। सत्य यह है कि दुनिया परपोषी-परजीवी सम्बन्धो का एक जाल है। हर जीव, जीवन मे दोनो भूमिकाओं में होता है। याने कभी आप परपोषी होते है,किसी को खून पिलाकर पालते है। कभी परजीवी होते है, किसी का जीवन रस पीकर जीते हैं।●●सभी परजीवी, हत्यारे नही होते। स्मार्ट परजीवी वह होता