हरिद्वार में एक समृद्ध और प्राचीन धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत हैएक घर जो ना ज्यादा बड़ा ना ज्यादा छोटा आप कह सकते है रहने लायक था.... ऐ वैशाली कहां है?.हमारा सॉल लाकर देना हम जा रहे हैं बाहर... तुम घर का ख्याल रखना जब तक हम ना जाए और किसी अनजान को घर में मत आने देना समझी वैशाली!.... प्यारी आई आवाज 'वैशाली' - आई बावजी....उसके पायल की झंकार से पूरा घर गूंज रहा था, होठों पर प्यारी सी स्माइल, लहराते लंबे बाल जो की कमर से नीचे तक लहरा रहे थे, फिगर ऐसा की कोई भी पलट का देखता