सत्या के लिए - भाग 1

  • 2.5k
  • 948

भाग -1 प्रदीप श्रीवास्तव वह उस बार में रोज़ ही देर शाम को बैठ कर घंटे भर तक व्हिस्की पीती है, जो शहर का एक ठीक-ठाक बार कहा जाता है। जगह ज़्यादा बड़ी होने के कारण शान्ति से देर तक बैठ कर पीने वालों का वह पसंदीदा बार है। वह बाहर से लेकर भीतर तक सिंपलीसिटी इज़ द बेस्ट ब्यूटी के सिद्धांत पर बना लगता है। उसकी सभी दीवारें सुपर व्हाइट कलर की हैं। सभी फ़र्नीचर स्टील के हैं। बार-टेंडर से लेकर सारा स्टाफ़ सफ़ेद रंग की ही ड्रेस में रहता है। शराब से लेकर खाने-पीने की हर चीज़ बड़ी