जेहादन - भाग 3

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भाग -3 लेकिन वह निखत और खुदेजा की फ़्रेंडशिप में इतने गहरे उतर गई कि उसका ध्यान भी इस तरफ़ नहीं गया। वह अपने पेरेंट्स भाई-बहनों से भी अपनी इन दोनों फ़्रेंड की प्रशंसा करते नहीं थकती। घरवालों को समझाया कि पहले इन्हें ठीक से समझ नहीं पाई थी। उन दोनों के घर जाने लगी। वह दोनों उसके यहाँ आने लगीं।  एक दिन वह उनके साथ किसी पार्क में बैठी आइसक्रीम खा रही थी कि तभी निखत ने कहा, “कितना सुंदर पार्क है और मौसम भी। जानती हो यह सब अल्लाह का बनाया हुआ है, वह ग्रेट है। यह आसमान,