काली घाटी - 3

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(दोस्तों इतने दिनों बाद कहानी लाने के लिए क्षमा चाहता हूं)शिवा- गुरुदेव आप मेरा नाम कैसे जानते हैगुरुदेव मुस्कुराते हुए कहते हैं कि मैं सब जानता हूंपर कैसे?ह्म्म मैंने हिमालय की पवित्र गुफाओं में कई सालों तक तपस्या की है,जिससे मेरे शरीर में कई तरह की सिद्धियां समा गई है और उन सिद्धियों की मदद से में कुछ भी,कभी भी , कहीं भी देख सकता हूं।मैं तो यह तक जानता हूं कि तुम किसकी तलाश में भटक रहे हो और तुम्हारी तलाश अब खत्म हो चुकी है शिवा , में जानता हूं कि तुम्हारे मन में कई सवाल हैं ,