अर्धांगिनी-अपरिभाषित प्रेम... - एपिसोड 24

  • 2.1k
  • 975

जहां एक तरफ राजेश और उसके घरवालो के वापस लखनऊ जाने के बाद जतिन के घर का माहौल बहुत खुशनुमा हो गया था वहीं दूसरी तरफ लखनऊ पंहुच कर मैत्री की मम्मी सरोज ने जब कानपुर मे जतिन के घर पर हुयी सारी बात अपने पति जगदीश प्रसाद को बतायी तो वो भी बहुत खुश हुये, मैत्री भी वहीं पास ही बैठी सारी बाते सुन रही थी... अपनी बात बताते हुये सरोज ने कहा- जतिन बहुत अच्छा लड़का है इतने अच्छे से और इतने सम्मानजनक तरीके से उसने हम सब से बात करी कि दिल खुश हो गया... (खुश होकर