अर्धांगिनी-अपरिभाषित प्रेम... - एपिसोड 24

  • 2.7k
  • 1.3k

जहां एक तरफ राजेश और उसके घरवालो के वापस लखनऊ जाने के बाद जतिन के घर का माहौल बहुत खुशनुमा हो गया था वहीं दूसरी तरफ लखनऊ पंहुच कर मैत्री की मम्मी सरोज ने जब कानपुर मे जतिन के घर पर हुयी सारी बात अपने पति जगदीश प्रसाद को बतायी तो वो भी बहुत खुश हुये, मैत्री भी वहीं पास ही बैठी सारी बाते सुन रही थी... अपनी बात बताते हुये सरोज ने कहा- जतिन बहुत अच्छा लड़का है इतने अच्छे से और इतने सम्मानजनक तरीके से उसने हम सब से बात करी कि दिल खुश हो गया... (खुश होकर