शाम का वक्त सॉफी अब शांत हो गई थी, और मै आज रात उसको कम्पनी देने के रुक गई । ट्रिंग ट्रिंग ...hello भाई आज मै घर नही आउंगी आज रात मै सॉफी के साथ रुकने वाली हु । हम्म..गहरी आवाज़ में..... भाई भी ना कितने है हम्म बोलके कॉल रख दिए (मै रूम की तरफ जाती) सॉफी बेड पे लेटी सिलिंग को एकटक् देखते हुए मैंने कहा सॉफी क्या सोच रही है तु सोफिया कुछ नही कल मैं 18 साल की हो जाऊंगी तो सोच रही हुँ क्या होगा उस बॉक्स मै मेरे कप्तान kaise ओर कहा होंगे बस