नफ़रत से प्यार तक कि कहानी - 2

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कुछ देर बाद मिस्टर शर्मा चले गये, और पूरा क्लास बाहर आ गया। सब इधर उधर ग्रूप्स बना कर खड़े हो गये। अजय एक कोने मैं बैठा था।तभी उसके कंधे पर किसी ने हाथ रखा, जो एक लड़का था जो मुस्कुरा रहा था। “दोस्त क्या मैं यहाँ बैठ सकता हूँ?” अजय ने कहा “जी ज़रूर।” वो लड़का उसके पास बैठ गया और बोला “मेरा नाम राज है, तुम नए आए हो तो यहाँ पर सोचा थोड़ी जान-पहचान कर लेता हूँ।” अजय बोला “शुक्रिया राज। आप से मिल कर खुशी हुई.” इस पर राज बोला “खुशी ऐसे नही ज़ाहिर करते, चलो