यह कहानी नफ़रत से प्यार तक की है। जिसमें मुख्य पात्र के रूप में रिया और अजय है। और यह कहानी पूरी तरह काल्पनिक है। “अपने आप को समझते क्या हो तुम कितनी देर से हमारे पीछे पीछे चले आ रहे हो। ज्यादा दिमाग़ खराब हो तो बताओ ? बुलाती हूँ अभी प्रिन्सिपल को।"बड़े ही गुस्से मैं बोली थी रिया। इतने मैं विक्रम वहाँ आ पहुचा और बोला “क्या हुआ रिया ? यह क्या तुम्हे परेशान कर रहा है?” फिर वो अजय की तरफ मुखातिब हुवा और काफ़ी ज़ोर से बोला, "क्यो बे किस लिए पीछा कर रहा था