उस सपने की वजह से क्रिस की नींद तो पहली ही उड़ गई थी और फिर वह घड़ी के ठोके, अब तो नींद क्रिस की आँखों से कोसों दूर थी। वो अपने कमरे से निकलकर बाहर आया। नीचे हॉल में उतरकर उसने घड़ी को चेक किया। ठीक से देखने के बाद उसे पता चला,घड़ी के ठोके बजानेवाला बटन तो ऑफ था। वो सोच पड़ गया,"फिर ठोके की आवाज़ कैसे आ सकती है? पुरानी घड़ी है,शायद इसीलिए ऐसा हो रहा है!" उसने एक नज़र पूरे हॉल को देखा, वहाँ सब कुछ शांत था...बस कुछ था तो गहरा सन्नाटा! थोड़ी देर इधर