अर्जुन और डॉयरेक्टर आपस में बातें कर रहे होते है उसी बीच अभय अपने कार से वहाँ आता है। अभय जैसे ही कार से उतरता है अर्जुन उसके तरफ देखता है,तभी त्रिशा भी उसी कार से उतरती है। अर्जुन त्रिशा को अभय के कार से उतरते देख उसकी चेहरे पर गंभीरता छा जाती है। अभय त्रिशा का हाथ थाम कर उसके साथ आगे बढ़ता है,ये देख कर अर्जुन अंदर ही अंदर जल रहा होता है।"ये मुझे क्या हो रहा है, मैं सिर्फ इस लड़की के साथ बाकी लडकियों जैसा इंटीमेट होना चाहता हूं पर मैं जब भी त्रिशा को अभय