जो मिले तुमसे भाग - 1

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" मरहम बनकर जख्म गहरे दिए क्यों ? आसान नहीं होता है किसी को दिल से भुला जाना " थके हारे से एक नव युवक सड़क किनारे खड़ा था , रात के 8 बज रहे थे । आस पास से कई गाड़ियां गुजर चुकी थी ,लेकिन वो लड़का सड़क किनारे से टस से मस नहीं हो रहा था । मानो उसके अंदर पूरा का पूरा समंदर उफान पर था। आंखों में एक चेहरा की परछाई लिए खामोशी से अंदर ही अंदर रो रहा था ।। वो बात अलग है आस पास के लोग उसे पागल समझ रहे थे । आंखों