सत्य घटना पर आधारित लघुकथा - रिश्तों का बंधन*************** एक साहित्यिक आयोजन के आमंत्रण हेतु शुरु हुआ आभासी संवाद का सिलसिला आगे बढ़ते बढ़ते हुए उस समय रिश्तों के बंधन तक जा पहुंचा। जब शशि ने करण के लिए राखी भेजने की बात कही, तब करण ने उसे सहर्ष स्वीकार कर खुद उसके घर आने का न केवल आश्वासन दिया, बल्कि राखी के दिन अपनी बहन से राखी बंधवाने के बाद लगभग २०० किमी दूर जब शशि के घर पहुंचा तो शशि को सहसा विश्वास नहीं हुआ, लेकिन अविश्वास करती भी कैसे? बड़ा होकर भी जब करण ने उसके पैर