शैतान की शक्तियाँ जो दीवार में समाई थी वो अब उन प्रेतों को मिल गई थीं।ये अहसास होते ही उनके होंठो पर मुस्कान आ गई।इस बात से अंजान शैतान ने उन्हें देखते हुए कहा "अच्छा है तुम दोनों भी आ गए। अब अपनी आँखों के सामने अपनी बेटी का सर्वनाश होते हुए देखना।कहा था ना मैंने की मैं इसकी बलि देकर रहूँगा।है हिम्मत तो आओ बचा लो अपनी बेटी को।"शैतान के ये शब्द सुनकर भी उन प्रेतों ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और अमारा की तरफ देखते हुए शांत भाव से अपनी जगह पर खड़े रहे।संजीव ने गुफा में एक