तेरा मेरा ये रिश्ता - 17

  • 759
  • 339

अगले दिन,सुबह का समय,शालिनी कहती हैं, "मेरी जिद के आगे बुआ और फूफा जी झुक गए थे, फिर मैं अपना ज्यादा से ज्यादा समय अपने वंश भैया को देने लगी क्योंकि मुझे लग रहा था कि मैं ज्यादा से ज्यादा समय अपने भैया को दूंगी तो उनकी जल्दी रिकवरी हो जायेगी और वो जल्द से जल्द ठीक हो जाएंगे !"शालिनी आगे कहती हैं, "मेरी बुआ मुझे रोज समझाती थी पर मै किसी की सुनने को तैयार ही नहीं हो रही थी, अब मेरी बुआ और फूफा जी भी मेरे लिए परेशान रहने लग गए थे !"शालिनी बोल रही होती हैं,