"मैने तो बाबू से बोल दिया है।तू चाहे जो ले लेना लेकिन मेरा सेटलमेंट सही से कर देना"मेरे एक मित्र है।जो अभी कुछ महीने पहले केंट स्टेशन से गार्ड से रिटायर हुए हैं।रेल सेवा स रिटायर होने पर कर्मचारी का अपना फंड जो जमा होता है।वो तो मिलता ही है।उसके अलावा छुट्टियों का पैसे,ग्रेच्युटी,पेंशन बिक्री,इन्सुरेंस आदि का पैसा भी मिलता है।अब नियम तो ये है।सेवा निवर्ती के दिन सब पैसा मिल जाना चाहिए और मिलता भी है।लेकिन बाबू चाहे तो आपको आर्थिक हानि पहुंचा सकता है।भले ही इससे उसका कोई फायदा न हो।और इसी लिए लोग बाबू को पैसे देते