पिया कि ऐसे बच्चों जैसी बात सुनकर माहिर ne मुश्किल से अपनी हसी कंट्रोल कर रखी थी इसलिए उसने कहा नही तुम अंदर जाकर आराम करो मैं कल सुबह आकर तुमसे मिलता हूँ | इतना बोलकर माहिर वहा से अपने घर मल्होत्रा मेंशन केे लिए निकल गया | !!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!! मल्होत्रा मेंशन अशोक विहार केे बिल्कुल opposite direction में पड़ता था जिसकी वजह से माहिर को घर पहुँचने केे लिए बहुत लम्बा रूट फॉलो करना पड़ा और उसको घर पहुँचते पहुँचते सुबह केे 4:30 बज गये | मल्होत्रा मेंशन वेस्ट बांद्रा केे पोस एरिया में था | मल्होत्रा मेंशन 25 एकड