विवाह होने के पश्चात सभी लोग नाचने गाने और झूमने लगते हे सब ही अपनी आप मे मग्न होते है और महारानी यकछीका भी उन सभी को देख कर खुश हो रही होती हैं तभी उन सभी के कानों मे किसी की आवाज पड़ती है जिसे सुन सभी अपने स्थान पर ही खड़े हो जाते है और आवाज की दिशा में देखने लगते है। वहा पर यमन लोक के महागुरू आये हुए होते है जिन्हे देख सभी उनको प्रणाम करते है महारानी यकछीका भी उन्हे देख कर प्रणाम महागुरू बोलती हैं , महागुरू भी उन्हे देख कर जवाव देते है