सीता माता को छुडाने के लिए हनुमानजी ने रावण की लंका का दहन किया था, आज हम उसकी कथा सुनेंगे ।हनुमानजी माता सीता से लंका में अशोकवाटीका में छोटा रूप धारण कर मिले तथा सीता माता की आज्ञा से अपनी भूख मिटाने के लिए वाटिका से फल तोडकर खाने लगे । तब वहां पर पहरा दे रहे राक्षसों ने हनुमानजी को देखा और उन्हें साधारण वानर समझकर उन्हें मारने के लिए दौड पडे; परंतु हनुमानजी ने अपनी शक्ति का प्रयोग कर राक्षसों पर आक्रमण किया । कुछ राक्षस अपने प्राण बचाकर रावण के समक्ष पहुंचे तथा उन्होंने रावण को समाचार