अब तक आपने देखा कि आंटी नित्या और अथर्व के लिए नाश्ता बनाने जाती है। अब आगे : आंटी नाश्ता बनाके लाती है और वो दोनों फ्रेश होते हैं और नाश्ता करते हैं। और फिर आंटी उन दोनों के रुकने का इंतज़ाम भी कर देती है। अब अगली सुबह हल्का हल्का सा अंधेरा अभी छाया हुआ था। अथर्व और नित्या कैफे के बाहर आते हैं और वहा दरवाजे के पास खड़े रहते हैं, और अथर्व बोलता है। अथर्व : तो नित्या डिसाइड हो गया? गोवा जाना है कि मुंबई वापिस ?? नित्या ( मन में सोचती है ) : वापिस