उस दिन धनुष तेजपाल जी के कमरे जाकर चेक ले आया,फिर उस दिन के बाद वो आउट हाउस से घर नहीं आया,ना जाने उसके मन में कौन सी खुराफात चल रही थी,इसके बाद ऐसे ही एक दो दिन गुजरे और एक शाम वो आउटहाउस से घर आया और हाँल में आकर उसने हल्ला मचाना शुरू कर दिया कि मेरे कमरे की अलमारी से चोरी हुई है,उसकी सोने की हीरे जड़ी अँगूठी और कुछ रुपए उसके कमरे से गायब है,ये सुनकर भागीरथ जी बोले.... "ऐसे कैंसे हो सकता है,तेरे आउटहाउस में तो कोई आता जाता भी नहींं" "इसलिए तो मैं भी