लेकिन प्रत्यन्चा उन दोनों को सिगरेट पीता हुआ देखकर कुछ ना बोली और वो भुने हुए काजू और बदाम वहीं रखकर वहाँ से आने लगी तो धनुष उससे बोला... "ऐ...कहाँ जा रही हो,फ्रिज से वियर की बोतल निकालकर जा!" फिर प्रत्यन्चा ने शान्तिपूर्वक फ्रिज से वियर की बोतल निकालीं और जाने लगी तो ऐलेना प्रत्यन्चा से बोली... "ऐ...लड़की ! कहाँ भाग रही है,मेहमानों की खातिरदारी करनी नहीं आती क्या तुझे,वियर को गिलास में पलटकर जा!" अब प्रत्यन्चा ने वियर की बोतल से काँच के दोनों गिलास भी भर दिए और फिर वो जाने लगी तो ऐलेना प्रत्यन्चा से फिर से