शतरंज की बिसात - (अंतिम भाग)

  • 810
  • 399

"अपने आप को संभालिये मिसेज अनिका। जल्दी ही आपका दोषी सलाखों के पीछे होगा। अब बस मुझे उस रात की बात बता दीजिए जब आपके और मिस्टर साहिल के साथ ये हादसा हुआ।" "वो रात मेरी और साहिल की एक साथ उस घर में आखिरी रात थी। हम दोनों को ही शतरंज का बहुत शौक था। डिनर के बाद हम हमेशा शतरंज खेलकर ही सोते थे। उस रात मैंने साहिल के साथ शतरंज खेलने की इच्छा जताई तो उसने लाल बाबू को ड्राइंग रूम में ही शतरंज लाने के लिए कहा। जब हम खेलने बैठे तब पता नहीं क्यों हमारा