उन्हीं रास्तों से गुज़रते हुए - भाग 17

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भाग 17 शालिनी ने इन्द्रेश के समय चुनाव का प्रचार तो नही देखा था। चुनाव के समय में वह कभी भी इन्द्रेश के साथ नही जाती थी। किन्तु राजेश्वर इन्दे्रश के चुनाव का काम देखता था अतः उसने राजेश्वर साथ मिल कर चुनाव प्रचार का कार्य प्रारम्भ कर दिया। बल्कि राजेश्वर जैसा व जो भी कहता वह शालिनी करती। उसी अनुरूप उसने चुनाव प्रचार का काम प्रारम्भ किया। वो अपने क्षेत्र में जनसम्पर्क अभियान चलाने के लिए अधिकांश समय वहीं व्यतीत करने लगी। इस कठिन समय में उसे सबसे बड़ा सम्बल राजेश्वर का था। अपना घर परिवार जिसमें उसकी पत्नी,