राक्षसराज रावण - एक पराक्रमी भाई की कहानी - भाग 2

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रावण अब कुबेर से लंका जीतने की योजना बना रहा था। जब सुमाली को अपने पोते की स्थिति का पता चला, तो वे खुद रावण के पास आए और बोले, "रावण, तुम अकेले हो। यक्षराज हसूड भी कुबेर के साथ है।" रावण ने आत्मविश्वास से कहा, "कोई भी हो मेरे सामने, आग लगाऊंगा आग।" रावण, कुंभकर्ण और मैं सेना लेकर लंका की ओर निकल पड़े। रावण ने कहा, "चलो मेरे शेरो, कर दो कमाल।" हमने जोर से हमला करके कुबेर की सेना का खात्मा शुरू कर दिया।   यक्षराज हसूड का सामना कुंभकर्ण से हुआ। कुंभकर्ण ने उसे जोर से