आइये अब आपको ले चलते है इस धारावाहिक की नायिका की ज़िन्दगी की और पहाड़ो के बीच आइये जानते है उसका ज़िन्दगी को लेकर क्या नज़रया है।शाम का समय था। हरी किशन जी का घर लोगो से भरा था दरअसल उनके दोस्त दीनानाथ का परिवार वहा आया हुआ था ।"हिमानी बेटा चाय ले आओ देखो सब लोग तुम्हारे हाथ की बनी चाय का इंतज़ार कर रहे है, अब इस इंतज़ार को ख़त्म भी करदो " हिमानी की माँ वैशाली जी ने कहा जो बाहर मेहमानों के साथ बैठी हुयी थी हिमानी घबराते हुए रसोई से बोली" जी माँ अभी ला