नजायज रिश्ते - भाग 4

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बहुत सी निगाहों ने तुम्हें देखा होगाआपकी सुंदरता और सादगी पर पहरा रहेगाआपके होठों से निकले शब्द कभी भी प्रेम के शब्द नहीं होतेकाली भँवरों ने रात में तुम्हारे चेहरे से परदा उठा दिया होगाप्रीत के दिमाग में अभी भी एक सवाल बड़ी तेजी से घूम रहा था कि आखिर यह कोन है। जब सब चुपचाप बैठे थे तो इसने मेरे लिए गुंडों से कियू लड़ाई की। प्रीत के मन में कई सवाल थे। बस शहर पहुंची। यात्री एक-एक कर बस से उतरने लगे। प्रीत भी बस से उतर गई। आज बस लेट थी। जिससे प्रीत के दोस्त पहले से