राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा - 10

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"नही साधु महाराज हम रास्ता नही भटके है"रास्ता नही भटके तो इस जंगल मे कोमल शरीर के बालक नंगे पैर क्यो भटक रहे हैं।"हम रास्ता नही भटके है?"फिर इस जंगल मे क्या कर रहे हैं?"हम किसी की तलाश में यहाँ आये है?"किसकी?",सुग्रीव कीसुग्रीव का नाम सुनते ही हनुमान के कान खड़े हो गए"आपको बाली ने भेजा होगा"नही तो"फिर सुग्रीव की तलाश क्यो"हम उनकी सहायता लेने आये हैं"सहायता क्यो"असल मे मेरी भाभी को रावण उठा कर ले गया है।वह उन्हें किधर ले गया है।"लक्ष्मण ने सारी बात बताई थी"आप दोनों है कौन?"हनुमान ने पूछा था"मैं लक्ष्मण हूँ"लक्ष्म न अपना परिचय देते