फिजा में हरियाली तुमसे है

1.कोई पूछे तो भी तेरे किस्से बयाँ नहीं करते, हम अपने दिल की बातें यहाँ वहाँ नहीं करते...!2.सुनो... बहुत सारी बातें जमा हो गयी है करने को तुमसे, मेरे लिए तुम... एक दिन इतवार हो जाओ ना...!3.कलम पूछती है... कागज़ से बता की क्या लिखूँ ... इश्क को, इश्क ही रहने दूँ, के खुदा लिखूँ... 4.चाहने वालों के भीड़ में से बस एक तुमसे ही उम्मीद थी निभाने की...!5.तेरी यादों से हमने मोहब्बत क्या कर लीकम्बख्त नींद तो बुरा ही मान गई...!6.बेवजह खुश रहिए, जनाब... वजह तलाशे तो बहुत महंगी पड़ेगी...!7.तुम हकीक़त हो या फिर कोई फरेब, ना दिल से