चुनावी वर्ष यह चुनावी साल है। राजनीतिक हलकों में अफरा-तफरी मची है। अखबार चाटने वाले, टीवी न्यूज से चिपके लोग, बहस-मुबाहिसे में उलझे लोग, चुनावी चर्चा में व्यस्त है। राजनीतिक दल के निचले कार्यकर्ताओं में बहसें चल रही है। सब अपने-अपने दृष्टिकोण से जय-पराजय तय कर रहे हैं। एक तबका कह रहा है सरकार रिपिट होगी तो दूसरे का कहना है कि सरकार बदलेगी इस राज्य की यही परंपरा है। एक बार इसे तो दूसरी बार उसे। दो ही दल तो इस राज्य में सक्षम है। देखें राजनीति क्या करवट लेती है? अखबार वालों के