सतरंगी तितली

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सतरंगी तितलीकार्तिक स्कूली जात रहलन। रस्ते में एक ठे प्लास्टिक के बोतल पड़ल रहल। ओके गोड़े से मारत जाए लगन। ओनकर बहिन काजल ओन्हे खीचन के कहनी, "हाली- हाली चला तोहरे कारण रोज स्कूली मे देर होवेला।" कार्तिक स्कूलीया में कक्षा दूइ में पढ़न अउर ओनकर बहिन काजल कक्षा पाँच में पढ़ेनी। कार्तिक हर चीज के बारे में जानल चाहेन। तितलियन से उनके बहुत लगाव हव। जहाँ तितली देखलन ओकरे पीछे-पीछे दौड़े लागेन।आज स्कूलीया में जहाँ फूलवा लगल ह, उहाँ एकगो सतरंगी तितली एहर बीच रोज देखाले। कार्तिक क कुल ध्यान उही तितलिये पर रहेला।बहिन जी कक्षा में पढ़ावत हइन,