निर्मला

1.दोस्तकिशोरी लाल एक किसान थे। उनके दो बेटे थे- जीवा और मोती। जीवा अपने पिता के काम में हाथ बँटाता था, पर मोती सिर्फ गाँव के दोस्तों के साथ घूमता और मौज मस्ती करता था।गेहूँ की फसल पककर तैयार खड़ी थी। बस काटने की देरी थी। किशोरी लाल कई बार अपने दोनों बेटे जीवा-मोती से बोले- " कि चलो, मिलकर फसल काट लें। किसी भी पल बारिश हो सकती है।" मोती ने कहा- "हाँ, काट लेंगे पिताजी! अभी इतनी जल्दी क्या है?" किशोरी लाल बोले- "तुम्हें क्यों चिन्ता है? तुम्हें तो अपने आवारा दोस्तों के साथ घूमने से ही फुर्सत