1.खत लिखने की ख्वाहिश थी मेरी ।ना कलम ने साथ दिया ना शब्दों ने शमां बांधा ।2.कभी फुरसत में अपनी कमियों पर गौर करनादूसरों का आईना बनने की ख्वाहिश मिट जाएगी3.फ़ैसला लिखा हुआ रखा है पहले से खिलाफ़।आप क्या खाक अदालत में सफाई देंगे।।4.सच्चा व्यक्ति ना ही आस्तिक होता है ना नास्तिक,बल्कि सच्चा व्यक्ति हर समय वास्तविक होता है। 5.यह जिंदगी है कई रंग दिखाएगी कभी हसाए कभी रुलाई कि यदि खामोशी से सह जाओगे तो तू निखर जाओगे यदि भावनाओ में बह गए तो बिखर जाओगे। जो आसानी से मिल जाए वह हमेशा साथ नहीं रहता और जो हमेशा