भाग –२८ पापा का प्यार महसूस करके दिल को बहुत अच्छा महसूस हो रहा था । मां और पिता दो लोग ऐसे लोग है दुनिया में जो बिन कहे ही अपने बच्चे की हर बात समझ सकते है। मैं बिना रुके बस रोए जा रही थी। कितना गलत समझती थी मैं पापा को , वो मेरे लिए कठोर थे लेकिन मेरी ही सुरक्षा के लिए। वो मुझसे बहुत प्यार करते थे और वो आज मैने बहुत कम शब्दों में महसूस कर लिया था। मैं अपने हाथ में राजीव की तस्वीर को निहार रही थी। और उससे हुई पहली मुलाकात से